MAHESH VAANI - PT. VISHWANATH MISHRAमहेश वानी - विश्वनाथ मिश्र |
- ०१ जगत विदित बैद्यनाथ - विश्वनाथ मिश्र
- ०२ डिमि-डिमि डमरू बजाबय (चैती) - विश्वनाथ मिश्र
- ०३ बरदो ने बान्हि गौरा तोर भंगिया - विश्वनाथ मिश्र
- ०४ गौरी-गौरी दौड़ी दौड़ी पूछथिन हे - विश्वनाथ मिश्र